नई दिल्ली, टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भारत को जिसकी तलाश थी, वो तलाश आखिर में जाकर पूरी हुई, जब शनिवार को भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत के नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता। नीरज चोपड़ा से पहले भारत टोक्यो ओलिंपिक में 6 पदक जीत चुका था, लेकिन एक भी गोल्ड मेडल नहीं जीता था। हालांकि, नीरज चोपड़ा ने गोल्ड का सूखा समाप्त हुआ तो इस खुशी को पूरे देश में सेलिब्रेट किया गया। यहां तक कि इंग्लैंड के दौरे पर गए कमेंट्री करने के लिए गए पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर भी खुद को रोक नहीं पाए।
टोक्यो ओलिंपिक 2020 में शनिवार 7 अदगस्त को जैसे ही भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने अपने गोल्डन थ्रो से भाला फेंक स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता तो करोड़ों भारतीय प्रशंसक खुशी से झूमने लगे। इस ऐतिहासिक स्वर्ण पदक की जीत का जश्न मनाने से खुद को भारत क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज व पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी नहीं रोक सके। 100 से भी अधिक साल बाद एथलेटिक्स का पहला पदक स्वर्ण आने पर सुनील गावस्कर ‘मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती’ गाना गाकर झूमने लगे। आप भी देखें वीडियो..
वहीं, जब गावस्कर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह दिल से निकला था। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट के दौरान उनके साथ कमेंट्री कर रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर आशीष नेहरा भी नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल जीतने के बाद झूमते हुए नजर आए। पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा समेत तमाम भारतीयों ने इस खुशी को अपने-अपने तरीके से जाहिर किया। भारत के जिन एथलीटों ने पदक जीते, उनमें से कुछ ही खिलाड़ियों के पदक जीतने के चांस थे और जिन खिलाड़ियों से उम्मीदें थीं उन्होंने देशवासियों को निराश किया।