स्कूल और अस्पताल बनाने वाला शायद मैं दुनिया का सबसे प्यारा आतंकवादी हूं : केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को 12430 क्लासरूम का उद्घाटन किया । रजोकरी सरकारी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि ये क्लासरूम 250 स्कूलों के बराबर हैं। पिछले सात साल में 20 हजार क्लासरूम बने हैं। उन्होंने कहा कि मैंने अध्ययन किया है तो पाया है कि पूरे देश में सात साल में सभी राज्य सरकारों ने मिलाकर भी इतने क्लासरूम नही बने हैं। दिल्ली सरकार शिक्षा के क्षेत्र में जो काम कर रही है ऐसे काम देश का कोई भी राज्य नहीं कर सका है। दिल्ली सरकार के जनता के लिए पूरी तरह से समर्पित है

दिल्ली सरकार बाबा साहेब और भगतसिंह का सपना पूरा कर रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलान किया अगर देश की कोई भी सरकार दिल्ली सरकार की तरह अच्छी शिक्षा करना चाहती है तो मनीष सिसोदिया को उनके यहां कुछ दिन के लिए भेज देंगे, स्वास्थ्य में सुधार करना चाहती है तो हम सत्येंद्र जैन को भेज देंगे। दिल्ली में शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक अलग अंदाज में काम किया जा रहा है। देश के तमाम राज्य आज दिल्ली का अनुसरण करने लगे हैं।

उन्होंने कहा कि हम पिछले कुछ दिन से देख रहे हैं कि देश के बड़े बड़े नेता हमें आतंकवादी कह रहे हैं। इन नेताओं को सबसे अधिक डर स्कूलों से लगता है। हम स्कूल अच्छे कर रहे हैं इससे ये लोग डर रहे हैं। ये लोग मुझे आतंकवादी कह रहे हैं। बड़े नेता केजरीवाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली व अन्य राज्यों की जनता जानती है कि हकीकत क्या है। दिल्ली सरकार ने पिछले सात साल में ऐसे काम किए हैं, जो आज तक कोई भी सरकार नहीं कर सकी है। केजरीवाल ने भगतसिंह ने एक नारा दिया था इंकलाब जिंदाबाद, हमारा नारा है, इंकलाब जिंदाबाद,शिक्षा क्रांति जिंदाबाद।

दरअसल, दिल्ली के करीब 240 सरकारी स्कूलों को स्मार्ट क्लासरूम से जोड़ा जाएगा। अभी 12 हजार से ज्यादा क्लासरूम को स्मार्ट किया जाएगा। हालांकि सरकार की तरफ से इसका लक्ष्य 20 हजार के आसपास रखा गया है, जो 537 नई स्कूल बिल्डिंग के बराबर होंगे। प्रत्येक स्कूल के क्लासरूम में डिजायनर डेस्क होगा और अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, बड़ा पुस्तकालय होगा। इसके साथ ही दिव्यांग छात्रों के लिए भी विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *