11 वें ज्योर्तिलिंग व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से विद्धान आचार्यों की वेद ऋचाओं, श्रद्धालुओं की जयकारों, महिलाओं के पौराणिक जागरो व आर्मी की बैण्ड धुनों के साथ हिमालय के लिए रवाना हो गयी है
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के सैकड़ों श्रद्धालु पुष्प वर्षा कर अगुवाई कर रहे हैं! भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली आज रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी पहुंचेगी तथा फाटा, गौरीकुण्ड यात्रा पड़ावों पर रात्रि प्रवास करने के बाद 9 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा 10 मई को प्रातः 7 बजे वृष लगन में भगवान केदारनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें