नई दिल्ली, केंद्र सरकार द्वारा हाल ही घोषित नई सेना भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर हमला बोला है। योजना का विरोध करते हुए आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) प्रमुख ने इसे एक ‘गलत निर्णय’ बताया। उन्होंने कहा कि सरकार को सेना भर्ती नीति को वापस ले लेना चाहिए, तभी देश में शांति होगी।
देश के लिए सही नहीं योजना
ओवैसी ने कहा अग्निपथ योजना सरकार द्वारा लिया गया बिल्कुल गलत फैसला है और यह देश के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार सोचती है कि हमारे नौसेना अधिकारी और सैनिक संविदा कर्मचारी हैं, लेकिन उनका पेशा सम्मानजनक है।
योजना वापस लेनी ही होगी
एआइएमआइएम नेता ने अग्निपथ योजना को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उनके गलत फैसले से युवा सड़कों पर उतर आए हैं। ओवैसी ने कहा, “जिस तरह से पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को रद्द किया, उन्हें देश की सुरक्षा और युवाओं के लिए अग्निपथ योजना का फैसला वापस लेना ही होगा।
देशभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शन
सशस्त्र बलों में नई भर्ती योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं और आंदोलनकारी अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। कुछ जगहों पर, विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए क्योंकि ट्रेनों में आग लगा दी गई। तेलंगाना के सिकंदराबाद में विरोध प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। रेलवे के अनुसार, अग्निपथ योजना के विरोध में अब तक 400 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हो चुकी हैं।
विपक्ष भी कर रहा है विरोध
सरकार द्वारा 14 जून को सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव लाने के प्रयास में अग्निपथ योजना शुरू की गई थी। नई सैन्य भर्ती योजना को विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, वहीं केंद्र ने अग्निवीरों की भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा में बदलाव लाने का फैसला किया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भी कहा कि अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ 20 जून को राष्ट्रीय राजधानी के जंतर मंतर पर संयुक्त आंदोलन किया जाएगा।