नई दिल्ली: थलसेना के उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pande) अगले थलसेना प्रमुख हो सकते हैं। वर्तमान थलसेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे (General MM Naravane) इस माह के आखिर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनके बाद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ही थलसेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं। जनरल नरवणे (General MM Naravane) को चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff, CDS) पद की प्रतिस्पर्धा में सबसे आगे माना जा रहा है।
दरअसल, पिछले तीन महीनों के दौरान कुछ सैन्य अधिकारियों के सेवानिवृत्त होने की वजह से ही लेफ्टिनेंट जनरल पांडे (General Manoj Pande) सेना प्रमुख के बाद सबसे वरिष्ठ अफसर बने हैं। आर्मी ट्रेनिंग कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला अभी 31 मार्च को ही सेवानिवृत्त हुए हैं। कुछ अन्य वरिष्ठतम अधिकारी जनवरी के आखिर में सेवानिवृत्त हुए थे। इनमें लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती और लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी शामिल हैं जो 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हुए।
लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला के स्थान पर लेफ्टिनेंट जनरल एसएस महल ने शिमला स्थित ट्रेनिंग कमांड का कार्यभार संभाला है। वहीं लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोन्नप्पा ने सेना के एडजुटेंट जनरल और लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू ने उत्तर भारत क्षेत्र के जनरल आफिसर कमांडिंग का पदभार संभाला है।
मालूम हो कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 12 अन्य सैन्य अधिकारियों की आठ दिसंबर, 2021 को एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी तभी से प्रमुख रक्षा अध्यक्ष यानी सीडीएस का पद रिक्त है। हाल ही में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत को मरणोपरांत देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक अवार्ड पद्मविभूषण से सम्मानित किया था। जनरल रावत की बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने यह पुरस्कार ग्रहण किया था।